Covid19 से देश दुनिया का हर शहर हर गांव और हर हर कस्बे त्राहिमाम कर रहे हैं। कोरोना का पूरी दुनिया में फैलने के बाद सभी देश चीन और WHO पर शक भरी निगाहों से देख रहे हैं। हाल ही में अमेरिका ने WHO की हर तरह की फंडिंग पर रोक लगा दी है। इसका कारण था WHO का नियमित चीन का सहयोग करना। इस Covid19 की स्थिति से उभरने में भारत के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बेहद अहम भूमिका निभाने का सबूत दिया है। जहाँ बात मरीजों के ठीक होने की गति की होती है वहाँ भारत के स्वास्थ्य मंत्री की डॉक्टर हर्षवर्धन की तस्वीर ही नजर आती हैं। भारत में अमेरीका से ज्यादा तेज गति में लोग रिकवर होकर अपने स्थान पर सुरक्षित पहुँच रहे हैं।
भारत में कोरोना के प्रभाव को बेहद जरूरी कदमों के साथ कमजोर करने की कोशिश मार्च महीने से शुरआत कर दी गई। जिससे कुछ विशेषज्ञ मानना है कि भारत में केस उस गति से नहीं बढ़े। इसमें डॉक्टर हर्षवर्धन के लीडरशिप की बेहद तारीफ हुई।
WHO के होंगे डॉक्टर, तीन साल के लिए कार्यरत


डॉक्टर हर्षवर्धन 22 मई को WHO के चेयरमैन की कुर्सी पर तीन साल के लिए बैठने जा रहे हैं। जापान के डॉक्टर हिरोकी नकातानी जो कि WHO का कार्यभार संभालने के बाद अपने नाम के आगे ‘पूर्व WHO चेयरमैन’ लगा सकेंगे उन्हें उठाकर खुद बैठ जाएंगे। डॉक्टर हर्षवर्धन का इस समूह में तीन साल के लिए कार्यकाल होगा। 34 सदस्यों की बड़ी संख्या के समूह को वे दिशा निर्देश देंगे।
WHO का पद हर्षवर्धन के पास, मिलने लगी बधाई
जैसे ही डाक्टर हर्षवर्धन के संस्था के उच्च पद के लिए चयन होने की खबर पर मुहर लगी तो सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देने का सैलाब आ गया। इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह एवं रेल मंत्री पीयूष गोयल का नाम शामिल है।
I congratulate @drharshvardhan Ji for becoming the chairman of World Health Organisation Executive Board.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) May 20, 2020
Heartiest congratulations to @DrHarshVardhan ji who has been elected as the chairman of @WHO executive board.
With his expertise and years of experience, it is an honour for India that Dr Harsh Vardhan is going to lead the world on the health front during these crucial times. pic.twitter.com/LcEpS75hUa
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 20, 2020
WHO में नियुक्ति थी औपचारिक, पहले से था तय
डॉक्टर हर्षवर्धन का संस्था में चेयरमैन का पद संभालना औपचारिक मात्र रह गया था, जब 19 मई को गिनती 194 देशों के मुख्य ने यह निर्णय अपनी इच्छा से पारित कर दिया था। उसी मीटिंग में भारत की दावेदारी पर तीन साल के लिए दम भरा गया।
Rightop भी अपने तरफ से डॉक्टर हर्षवर्धन जी को शुभकामनाएं देता है। उम्मीद है इस स्थिति में आप उस पद की गरिमा को समझेंगे और देश एवं दुनिया को फिर से संस्था पर यकीन करवाएंगे।
धन्यवाद।