Balrampur Rape Case:- देश को आगे बढ़ता देखने का सपना संजोए अधिकांश जनता आज भारत की युवतियों को जिस हालत में देख रहा है वह दर्दनाक है। महात्मा गांधी जी का एक वाक्य याद आता है जिसमें वह कहते हैं कि ‘कोई भी देश तब ही आजाद माना जाता है जब उस देश की औरतें खुद को सुरक्षित महसूस करें एवं रात को भी बिना भय से घूम सके।’
लेकिन ऐसा भारत मात्र कल्पना में ही रह जाता है। हाल ही में हुए हाथरस गैंगरेप पीड़ित की मौत से देश उबरा भी नहीं था कि एक अन्य गैंगरेप का जिक्र मीडिया में आने लगा। इस बार यह Balrampur Rape Case के रूप में आया।
हाथरस जिले से तकरीबन 500 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उत्तर प्रदेश में आने वाला Balrampur में घटी यह घटना मंगलवार 29 सितंबर की है। यहाँ एक दलित वर्ग की युवती का गैंगरेप कर बुरी तरह से पिटाई की गई।
पिटाई के घाव इतने ज्यादा थे कि युवती की मौत लखनऊ हस्पताल के रास्ते मे ले जाते दौरान ही हो गई। सूत्रों ने पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि की है उसी रिपोर्ट में चोट और घाव का उल्लेख भी किया गया है। पोस्टमार्टम के मुताबिक युवती के हाथ पैर भी तोड़े गए हैं।
Balrampur Rape Case में हुई गिरफ्तारी
रेप पीड़िता के भाई ने मीडिया को इस मामले में बताया की पुलिस ने दो आरोपियों को रेप केस में पकड़ लिया है जिसमें से एक कि आयु 18 वर्ष से भी कम है। पीड़ित युवती की माँ कहती हैं कि उनकी बेटी जब सुबह घर से निकलने के बाद शाम तक घर पर वापस न पहुंची तो उन्होंने पुलिस को खबर दी। हालांकि पीड़िता 7 बजे के निकट ई रिक्शा के माध्यम से अपने घर पहुंची।
तब पीड़िता की हालत बेहोशी से भरपूर थी। पीड़ित युवती की माँ आगे बताती हैं कि ऐसी हालत में वे अपनी बेटी को हस्पताल ले जाती है जहां उन्हें लखनऊ हस्पताल रेफेर किया जाता है।
इसी दौरान रास्ते में पीड़िता की मौत हो जाती है। पीड़िता की माँ मीडिया को यह भी बताती हैं कि उनकी स्वर्गीय बेटी को दरिंदो ने बेहोशी का इंजेक्शन दिया जिसके बाद फायदा उठाते हुए गैंगरेप को अंजाम दिया।